कहानी क्या है|kahani kya hai|story kya hai|what is story
नमस्ते दोस्तों, आप सभी का बहुत-बहुत स्वागत है हमारे आज के लेशन में, जिसमें हम जानेंगे कि कहानी क्या होती है। दोस्तों, हर इंसान का अपना एक जीवन होता है, जिसमें उसके साथ-साथ कई तरह की घटनाएं घटती है। इन घटनाओं में सुखद और दुखद दोनों ही तरह की घटनाएं होती है, उन्हीं घटनाओं को जब रचनाकार लेखन के रूप में बताता है, वही कहानी कहलाती है।
दोस्तों, हर इंसान की अपनी एक कहानी होती है। जब कोई इसे लिखित रूप में पाठकों तक लाता है, वही कहानी का स्वरूप होता है। पुराने समय में कई कहानियां लिखी गई है, जो आज भी काफी प्रसिद्ध है। इतना ही नहीं कहानी का स्वरूप लिखित रूप से थोड़ा बदल सा गया है। वो नया रूप है फिल्म।
जी हां, दोस्तों, पहले इतना डेवेलपमेंट नहीं था। लेकिन अब टेक्लोनोजी आ गई है, जिससे कहानियों को दृश्य के आधार पर फिल्मांकन करके बताया जाता है। लिखित रूप में कहानीकार कहानी में घटनाओं को बताता है, जिससे लोग जुड़ नहीं पाते। लेकिन जब वो इन घटनाओं को दृश्य के रूप में देखते हैं, तो वो इससे पूरी तरह जुड़ जाते हैं।
कहने का अर्थ है पुराने समय में लोग कहानियों को पढ़ने में रूचि लेते थे। लेकिन आज के वक्त में कहानियों को बहुत से कम लोग रूचि लेकर पढ़ते हैं। इसीलिए आज के समय में लोगों में कहानी के प्रति रूचि पैदा करने का माध्यम फिल्म है। तो दोस्तों, कहानी जीवन की बिती हुई घटनाएं ही है अगर हम उसे लिखित या दृश्य के रूप में बताते हैं।
तो दोस्तों, उम्मीद करता हूँ आपको मालूम चल गया होगा कि कहानी क्या है। अगर आप इसी तरह के लेशन आगे भी पढ़ना चाहते हैं, तो आप हमारी वेबसाइट को निरन्तर देखा करें। मिलते हैं फिर एक ऐसे ही लेशन के साथ तब तक लिखते रहिये और सीखते रहिये।
-लेखक योगेन्द्र जीनगर ‘‘यश‘‘
नमस्ते दोस्तों, आप सभी का बहुत-बहुत स्वागत है हमारे आज के लेशन में, जिसमें हम जानेंगे कि कहानी क्या होती है। दोस्तों, हर इंसान का अपना एक जीवन होता है, जिसमें उसके साथ-साथ कई तरह की घटनाएं घटती है। इन घटनाओं में सुखद और दुखद दोनों ही तरह की घटनाएं होती है, उन्हीं घटनाओं को जब रचनाकार लेखन के रूप में बताता है, वही कहानी कहलाती है।
दोस्तों, हर इंसान की अपनी एक कहानी होती है। जब कोई इसे लिखित रूप में पाठकों तक लाता है, वही कहानी का स्वरूप होता है। पुराने समय में कई कहानियां लिखी गई है, जो आज भी काफी प्रसिद्ध है। इतना ही नहीं कहानी का स्वरूप लिखित रूप से थोड़ा बदल सा गया है। वो नया रूप है फिल्म।
जी हां, दोस्तों, पहले इतना डेवेलपमेंट नहीं था। लेकिन अब टेक्लोनोजी आ गई है, जिससे कहानियों को दृश्य के आधार पर फिल्मांकन करके बताया जाता है। लिखित रूप में कहानीकार कहानी में घटनाओं को बताता है, जिससे लोग जुड़ नहीं पाते। लेकिन जब वो इन घटनाओं को दृश्य के रूप में देखते हैं, तो वो इससे पूरी तरह जुड़ जाते हैं।
कहने का अर्थ है पुराने समय में लोग कहानियों को पढ़ने में रूचि लेते थे। लेकिन आज के वक्त में कहानियों को बहुत से कम लोग रूचि लेकर पढ़ते हैं। इसीलिए आज के समय में लोगों में कहानी के प्रति रूचि पैदा करने का माध्यम फिल्म है। तो दोस्तों, कहानी जीवन की बिती हुई घटनाएं ही है अगर हम उसे लिखित या दृश्य के रूप में बताते हैं।
तो दोस्तों, उम्मीद करता हूँ आपको मालूम चल गया होगा कि कहानी क्या है। अगर आप इसी तरह के लेशन आगे भी पढ़ना चाहते हैं, तो आप हमारी वेबसाइट को निरन्तर देखा करें। मिलते हैं फिर एक ऐसे ही लेशन के साथ तब तक लिखते रहिये और सीखते रहिये।
-लेखक योगेन्द्र जीनगर ‘‘यश‘‘
Post a Comment