कितना करते हैं हम
प्यार एक दूजे से
लेकिन किश्मत
क्यों ऐसी है अपनी
जब भी होता है

Hindi-love-poem

कोई अवसर
मिलने को तरसते हैं हम
कब मिलने का सफर
हमारा पूरा होगा
इस इंतजार से
घबराता है दिल बहुत

मिलने की है
तमन्ना हमारी
दिल करता नहीं है
इंतजार आपका
कब आएगा समय अपना
जब हम होंगे एक दूजे के।

- Miss YRC

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