मंजिलें दूर हैं रास्ते अब नहीं 
लगता हमें अब तुम वो नहीं
दिल में यादें तेरी अब तो रहने लगी
लव पर तेरी वो बातें होने लगी
हो गयी है अलग मेरी दास्ताँ

मुखड़ा : लौट आ तुझे रब का वास्ता
             ऐसे ना सता तुझे रब का वास्ता

Poem sad

अन्तरा 1: तेरी यादों का सफर होगा खतम ना कभी
               देखे जो सपने तेरे टूटे वो भी यहीं 
               यादें तेरी जीने ना देती 
               खामोशी तेरी मरने ना देती
               खो गया है मेरा रास्ता 

मुखड़ा :   लौट आ तुझे रब का वास्ता 
              ऐसे ना सता तुझे रब का वास्ता

अन्तरा 2: जिंदगी है थमी तेरे जाने के बाद 
              कोई भी ना रहा तेरे रहने के बाद 
              ख्वाबों मैं जो तेरी तस्वीर है देखी
              सोचा है मैंने तू है बस मेरी 
              तू बस इतना है बता
मुखड़ा :  लौट आ तुझे रब का वास्ता 
            ऐसे ना सता तुझे रब का वास्ता

- Robin shrivas

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