1. देश हमारा

महान सांस्कृतिक विरासत का मालिक देश हमारा है,
ज्ञान और विज्ञान का साहिल देश हमारा है,

विश्व का कोहिनूर देखो देश हमारा है,
विभिन्नता रूपी नदियों का एक समुन्दर देश हमारा है,


स्वतंत्रता दिवस कविता

रिश्तो की महकती खुश्बू का  ठिकाना देश हमारा है,
तीज-त्यौहारो  का खजाना  देश हमारा है,

सच्चाईयो  का हिमालय  देश हमारा है,
इतिहास में विश्वसनीय संग्रहालय देश हमारा है।

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मै इस  कविता के माध्यम से हम सभी की जान -सम्मान प्यारे भारत को शत-शत नमन और वंदन करती हूँ।      

-शोभा

2. परचम की क्या शान है


मेरे परचम की क्या शान है
मेरे परचम की क्या शान है
देखकर इसको दुश्मन भी हैरान है
मेरे परचम की क्या शान है

इसको फहराने के लिए 
हमने कितने दिए बलिदान है
मेरे परचम की क्या शान है
मेरे परचम की क्या शान है

भारत देश

ना झुका था कभी, ना झुकेगा कभी
इसके खातिर तो कुरबान मेरी जान है
मेरे परचम की क्या शान है
मेरे परचम की क्या शान है

राहे आजा़दी की थी मुश्किल बड़ी
ना समझो इसे तुम के आसान थी
मेरे परचम की क्या शान है
मेरे परचम की क्या शान है

याद रखना सदा उन शहीदों को तुम
देश के खातिर जिन्होंने दी जान है
मेरे परचम की क्या शान है
मेरे परचम की क्या शान है

ये हमारी है खुश नसीबी के
हम हुए हैं पैदा हिन्दुस्तान मे
मेरे परचम की क्या शान है
मेरे परचम की क्या शान है

-mohd irfan

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