रक्षाबंधन पर एक कविता
भाई की कलाई पर जब बहन की राखी सज जाती है
बहन की दुआए मानो भाई के हृदय में बस जाती है।
बहन की दुआए भाई के जीवन में बड़ा असर छोड़ती है
जीवन के हर मोड़ पर खुशियों के रस घोलती है।
बदल जाता है वक्त भले ही रिश्ते की विश्वसनीयता वही रहती है।
रिश्ते की निर्मल,पावन धारा ताउम्र बहती है।
- शोभा (सृष्टि)
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